भारत की राजधानी दिल्ली के बारे इम्पोर्टेन्ट तथ्य
केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली- राजधानी : दिल्ली
- क्षेत्रफल : 1483 km
- सीमाई : उत्तर , पश्चिम , दक्षिण, मे हरयाणा तथा पूरब मे उत्तर प्रदेश
- जनसंख्या : 16787941
- पुरुष : 8987326
- महिला : 7800615
- जनसंख्या घनत्व : 11320 वयक्ति प्रति वर्ग किलीमीटर
- जनसंख्या ब्रिधि दर : 21.2
- लिंगानुपात : 868 महिलाओं प्रति हजार पुरुष
- साक्षरता दर : 86.2 %
- पुरुष: 90.9%
- महिलाओं : 80.8 %
- विधानमंडल : एक सदनात्मक
- विधानसभा सदस्यों की संख्या : 70
- लोकसभा सदस्यों की संख्या : 7
- राज्यसभा सदस्यों की संख्या : 3
- कृषि क्षेत्र : 70,000 हेक्टेयर
- वन क्षेत्रफल : १४४३ हेक्टेयर
- राजकीय पशु : नील गाय
- राजकीय पक्षी : घरेलु गौरैया
- उच्च न्यायालय : दिल्ली
- पर्वत : अरावली पर्वतमाला के कटक
- नगर निकाय : 3
- गॉव : 165
- जिले : 11
- तहसील : 27
- औसत बार्षिक वर्षा : 114 मिमी
- नदी : यमुना
- प्रथम राज्यपाल : श्री आदित्यनाथ झा
- प्रथम मुख्यमंत्री : श्री चौधरी ब्रम्हा प्रकाश
- भाषा : हिंदी पंजाबी उर्दू
- महाभारत काल मे दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ था /
- दिल्ली भारत का राज्यधानी 1911 मे बनाया गया था पहले कोलकाता था
- संबिधान के 69 वे संसोधन 1911 में दिल्ली को केन्द्रशासित प्रदेश बनाया गया
- 1 फरबरी 1992 को न्यू नाम दिल्ली रखा गया
दिल्ली का इतिहास
यमुना तट पर अवस्तिथ यह नगर वर्तमान फिरोज शाह कोटला एव हुमायु के मकबरे के बिच अवस्तिथ था इश नगर को पहले खंड्प्रस्थ और योगिनिपुरी के नाम से जाना जाता था बाद मे यह मौर्या , गुप्त , पाल ,आदि साशको के अधीन रहा ?राजा दिलू के राज्यपाल स्वरुप दाता दुआवारा यहाँ दिलू के नाम से नए नगर को बसाया गया 736 मे तोमर राजपूतो दुआवारा दिल्ली या दिल्लिका के नाम से एक नगर बसाया गया 1052 मे अनंगपाल दितीय दुआवारा उष नगर का पुँर्निर्मन कर नगर के सुरक्षा के लिए लाल कोट नमक किले का निर्माण करबाया गया /अनंगपाल के साशनकाल मे चौहान सशाक विग्रराज दुवारा 1151 मे इस प्रदेश पर कब्ज़ा कर लिया विग्रराज के पौत्र प्रथिराज चौहान लालकोट का विस्तार कर अवं किला रायपिथौरा के नाम से एक बारे किले का निर्माण करबाया इसे दिल्ली का पहला ऐतिहासिक सहर माना जाता है ताइवान के दुतिया युध 1192 मे पृथ्वीराज की पराजय के बाद 1193 मे कुतुबुद्दीन ऐबक दुआरा दिल्ली पर अधिकार कर लिया गया 1206 मे ऐबक ने दिल्ली के गद्दी पर बैठा / पोलो खेलते समय ऐबक की मृत्यु घोढ़े से गिर कर हो गयी इसके बाद उसका दामाद इल्तुत्मिस दिल्ली का सुल्तान बना ऐबक की मृत्यु के बाद दिल्ली पर सात मुस्लिम वंसो ने एक एक करके दिल्ली पर राज किया और अपनी रुझान की छाप दिल्ली पर छोरी /
- दिल्ली के प्रसिद कुतुबमीनार की नीव 1199 मे ऐबक द्वारा डाली गयी थी
- उसने 1305 मे हौज खास का भी निर्माण किया
- गयासुद्दीन तुगलक ने 1321 मे सीरी के पूरब मे तुगलकाबाद नगर की नीब डाली यह नगर केबल 6 साल तक सम्राज्यका राजधानी रह पाया
- तुगलाकबंश के दुसरे बादशाह मोह्हमद बिन तुगलक द्वारा सीरी और ऐबक के बीच जह्पनाह के नाम से एक नए नगर की अस्थापना की गई जिसे आज चिराग दिल्ली के नाम से जाना जाता है /
- तुगलकाबाद के तृतीय बादशाह फिरोज सह तुगलक दुवारा 1354 मे फिरोजाबाद नाम से एक नया राजधानी नगर बसाया गया
- इश नगर को आज फिरोजशाह कोटला के नाम से जाना जाता है /
- 1638 मे शाहजहाँ द्वारा आज के पुराणी दिल्ली को शाहजहाँबाद के नाम से बसाया गया / उसके द्वारा 1648 मे लाल किला तथा 1656 मे जामा मस्जित का निर्माण करवाया /
- 1724 मे राजा जयसिंह द्वारा जंतर मंतर बनवाया
- अंग्रेज़ी सरकार द्वारा भारत की राजधानी कोलकाता बनाई गयी परन्तु 1911 मे सम्राट जार्ज पंचम द्वारा दिल्ली को राजधानी बनाने का निश्चय किया गया /
- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इशे भारतीय संघ की राजधानी के रूप मे स्वीकार किया गया
- दिल्ली को 1956 मे केन्द्रशासित प्रदेश का दर्जा प्रदान किया गया
- दिल्ली का सबसे उचा स्थान भाटी गॉव है / जिसकी ऊचाई समुद्र ताल से 332 मीटर है
- चांदनी चौक का बाजार शाहजहाँ की बेटी जहाआरा बेगम ने बनवाया था
- लालकिला 1648 मे बनकर तैयार हुआ जिसकी नीब 1639 मे रखी गयी थी इस पर 900 लाख रुपये खर्च हुआ था
- कुतुबमीनार की ऊचाई 234 फुट है इसमें 379 सीढ़िया है पृथ्वी का ब्यास 47 फुट है ऊपर जाकर केबल 9 फुट रह जाता है
- दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना 1922 मे की गयी थी जिसका पुनः संगठन 1952 मे किया गया /